कि पेन का अविष्कार किसने ओर कब किया? तो पेन का अविष्कार फ्रेंच के एक व्यक्ति के द्वारा किया गया जिनका नाम Petrache Poenaru ने किया था। इसके अलावा आधु
अध्यन क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण कुंजी जो कि पेन हैं। शिक्षा के क्षेत्र में सर्वाधिक उपयोग होनी वाली वस्तुओं में से एक पेन होती हैं। एक समय था जब लोगो के पास पेन जैसी कोई भी वस्तु न थी। परंतु शिक्षा तब भी हुआ करती थी। तो दस समय मे लिखाई के लिए क्या उपयोग किया जाता था। ये एक बहुत ही दिलचस्प प्रश्न हैं। तो उस समय इंक व दवात प्रयोग में लायी जाती थी।
इसके अंतर्गत प्राचीन समय मे जो इतिहासकार हुए हैं वो मोर के पंख व सियाही का इस्तेमाल कर लिखाई का काम करते थे। परंतु आज के इस डिजिटल युग मे हमारे पास पेन व पेंसिल के साथ साथ अन्य कितने संसाधन हैं जिनकी मदद से हम लिख सकते हैं।
विषय चाहे किसी लेखक का हो या आम आदमी का पेन की आवश्यकता सभी को रहती हैं चाहे वो किसी भी क्षेत्र में क्यों न कार्य करता हो। डिजिटल माध्यम के अनुसार आज बही खातों के स्थान पर ऑनलाइन application आगई हैं जो प्ले स्टोर आदि में आसानी से उपलब्ध हैं। खाता बुक जैसे कितनी अनेको अप्प हैं जो गूगल प्ले स्टोर में अवेलेबल हैं व जिनके माध्यम से नोट्स या अन्य सामग्री को लिखा जाता हैं।
ओर ये सब एक फ़ोन व टेबलेट की मदद से आसानी से हो सकता हैं।
इसके अलावा अन्य देशों ने काफी समय पूर्व से सब कुछ digital ही हो चुका हैं व वहाँ की अध्यन प्रणाली पूर्ण रूप से ऑनलाइन माध्यम पर आश्रित हैं जिसमे किसी भी पेन या पेंसिल की आवश्यकता नही होती। तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि पेन का अविष्कार कब और किसके द्वारा हुआ। तो बिना समय व्यर्थ करते हुए शरू करते हैं आज के इस लेख को जिसके अंतर्गत पेन से जुड़ी सभी सम्पूर्ण जानकारी को विस्तार रूप से देने की कोशिश करेंगे।
Pen क्या हैं व इसका आविष्कार किसने किया?
पेन एक प्रकार का किसी भी लेखन में उपयोग होना वाला उपकरण हैं। प्राचीन समय मे पेन के नाम से कोई अवगत नही था। परंतु आज के युग मे सब पेन के नाम से जानते हैं। शिक्षा हो या अन्य किसी क्षेत्र से जुड़ी जानकारी को ध्यान में रखते हुए या उसी किसी पेपर में नोट करने के लिए पेन का इस्तेमाल होता हैं।
प्लास्टिक की या अन्य मेटल से बना ये उपकरण हमारे दैनिक जीवन मे सबसे ज्यादा प्रचलित हैं जो कि मुख्यतः सियाही के बेस पर कार्य करता हैं।
पुराने समय मे पेन के स्थान पर इंक व दवात का उपयोग होता था। उसके बाद निभ आनी शरू हुई जिसमें लम्बे समय के इंक को भर दिया जाता था।
परंतु धीरे धीरे हुए नवीन अविष्कार की मदद स आज हमारे पास use and throw जैसे पेन हैं। इसके अलावा पेन एक रिफिल जिसे सुरमा भी बोलते हैं उससे बना होता हैं।
अब बात करते हैं कि पेन का अविष्कार किसने ओर कब किया? तो पेन का अविष्कार फ्रेंच के एक व्यक्ति के द्वारा किया गया जिनका नाम Petrache Poenaru ने किया था। इसके अलावा आधुनिक पेन की कतार में आने वाले बोल पेन का अविष्कार John Jacob Laud के नेतृत्व में सन 1988 में हुआ।
पेन कितने प्रकार के होते हैं व इनमे क्या समानता हैं?
आज के समय मे पेन अनेको प्रकार के हैं व पेन की दृष्टि से इनके निर्माता द्वारा अलग अलग बड़ी कंपनियां हैं जैसे octane, classmate,Reynolds आदि। डिजिटल प्रणाली आने के बाद भी पेन का प्रयोग होना कम नही हुआ हैं। क्योंकि शिक्षा के क्षेत्र में जितना महत्वपूर्ण योगदान पुस्तको का हैं ठीक उतना ही पेन का हैं। पेन के कितने प्रकार होते हैं वो नीचे इस प्रकार से दिए गए हैं।
- बोल पेन
- फाउंटेन पेन
- जेल पेन
- फेल्ट टिप पेन
- स्पार्कल पेन
इनके अलावा अन्य काफी सारी पेन होते हैं जिनमे कुछ परमानेंट मार्कर व अन्य लिखाई उपकरणों के अंतर्गत आते हैं।
अध्यन के क्षेत्र में पेन का क्या योगदान हैं?
एक विद्यार्थी के जीवन मे पेन का जितना महत्व हैं उतना शायद किसी ओर के में न हो। प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर स्नातक तक व किसी भी बड़ी से बड़ी परीक्षा ने भाग लेने के लिए पेन की आवश्यकता होती हैं। हालांकि, पेन को इतना बड़ा विषय नही माना जाता हैं क्योंकि ये हमारे दैनिक जीवन ने उपयोग होने वाले सबसे अधिक वस्तुओं में से एक हैं।
पेन के आविष्कार के पीछे बड़े बड़े वेज्ञानिको ने शोध कर इसका निर्माण किया। डिजिटल माध्यम उपलब्ध होने के बाद भी आज ज्यादातर लोग पेन का इस्तेमाल करने में ज्यादा रुचि रखते हैं।
पेन हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा हैं इसिलए इसे एक अच्छे विषय की दृष्टि से देखना चाहिए।
तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने जाना कि पेन का अविष्कार किसने ओर कब किया। व इसका शिक्षा के क्षेत्र में कितना योगदान हैं। आशा करते हैं इस कथन के माध्यम से आपको पेन के बारे ने पर्याप्त जानकारी प्राप्त हुई होगी।
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